वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में
फंसी इटली की
चॉपर निर्माता कंपनी
लियोनार्डे (पूर्व में फिनमैकेनिका
) पर भारत सरकार
ने प्रतिबंध छह
महीने के लिए
और बढ़ा दिया
है। रक्षा मंत्रालय
ने मंगलवार को
इस पर फैसला
लिया है। जुलाई
2014 में इस कंपनी
से कारोबार पर
प्रतिबंध लगाया गया था,
जिसे अब छह
महीने बढ़ा दिया
गया है। कंपनी
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीद में
3600 करोड़ के घोटाले
में जांच का
सामना कर रही
है।
लियोनार्डो
और इसकी सहयोगी
कंपनी अगस्तावेस्टलैंड को
भारत में रक्षा
सौदे के लिए
आवेदन करने का
अधिकार नहीं होगा।
अगस्ता वेस्टलैंड पर 3600 करोड़
रुपये के वीवीआईपी
हेलिकॉप्टर सौदे में
भारत के रक्षा
अधिकारियों को 360 करोड़ रिश्वत
देने का आरोप
है। फिलहाल इस
मामले की सीबीआई
जांच की जा
रही है।
भारतीय वायुसेना के लिए
12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों
की खरीद के
लिए एंग्लो-इतालवी
कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड
के साथ साल
2010 में किए गए
3600 करोड़ रुपए के
करार को जनवरी
2014 में भारत सरकार
ने रद्द कर
दिया था। इस
करार में 360 करोड़
रुपये के कमीशन
के भुगतान का
आरोप लगा।
कमीशन के भुगतान
की खबरें आने
के बाद भारतीय
वायुसेना को दिए
जाने वाले 12 एडब्ल्यू-101
वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की सप्लाई
के करार पर
सरकार ने फरवरी
2013 में रोक लगा
दी थी। जिस
वक्त करार पर
रोक लगाने का
आदेश जारी किया
गया उस वक्त
भारत 30 फीसदी भुगतान कर
चुका था।
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