देश के सबसे बड़े दानवीर और आईटी क्षेत्र के दिग्गज अजीम प्रेमजी विप्रो के कार्यकारी चेयरमैन पद से 30 जुलाई को सेवानिवृत्त होंगे। कंपनी ने गुरूवार को एक बयान में कहा कि प्रेमजी आगे गैर-कार्यकारी निदेशक और संस्थापक चेयरमैन के रूप में निदेशक मंडल में बने रहेंगे। अजीम प्रेमजी ने कुल 21 अरब डॉलर (1.44 लाख करोड़ रुपए) दान देने का एलान किया है।

उन्होंने कंपनी में अपनी 34 फीसदी हिस्सेदारी दान में दे दी है। प्रेमजी परोपकार का काम अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जरिए करते हैं। उनके बेटे मुख्य रणनीति अधिकारी और निदेशक मंडल के सदस्य रिशद प्रेमजी कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन का पदभार संभालेंगे।

विप्रो ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग के दिग्गज तथा विप्रो लि. के संस्थापक अजीम प्रेमजी अपना मौजूदा कार्यकाल पूरा करने के बाद कार्यकारी चेयरमैन पद से 30 जुलाई 2019 को सेवानिवृत्त होंगे। वह 53 साल कंपनी की अगुवाई करने के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हालांकि वह गैर-कार्यकारी निदेशक तथा संस्थापक चेयरमैन बने रहेंगे।

निदेशक मंडल ने यह भी घोषणा की कि मुख्य कार्यकारी तथा कार्यकारी निदेशक जेड नीमचवाला को सीईओ तथा प्रबंध निदेशक के रूप में उनकी भूमिका तय की गयी है। कंपनी ने कहा, ‘ये बदलाव 31 जुलाई 2019 से प्रभाव में आएंगे।

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