प्रवर्तन निदेशालय ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया है।
यस बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर के मुंबई के वर्ली स्थित घर (समुद्र महल) पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम छापेमारी कर रही है। यह छापेमारी वहीं, इससे पहले ईडी ने डीएचएपएल के कपिल धवन को मनी लॉन्ड्रिंग के केस और गैंगस्टर इकबाल मिर्ची से संबंध को लेकर गिरफ्तार किया था।
निर्मला सीतारमण द्वारा डीएचएफएल का नाम लेने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है। खबर लिखे जाने तक राणा कपूर के मुंबई स्थित घर में ईडी की छापेमारी चल रही थी।यस बैंक अगस्त, 2018 से संकट में है।
एक अधिकारी के मुताबिक, ईडी के पूर्व सीईओ राणा कपूर के घर शुक्रवार की रात ईडी छापेमारी कर रही है। ईडी के अधिकारी राणा कपूर से बैंक द्वारा डीएचएफएल को दिए गए लोन को लेकर पूछताछ कर रही है।
उस समय रिजर्व बैंक ने बैंक के संचालन और ऋण से जुड़ी खामियों की वजह से तत्कालीन प्रमुख राणा कपूर को 31 जनवरी, 2019 तक पद छोड़ने को कहा था। उनके उत्तराधिकारी रवनीत गिल के नेतृत्व में बैंक ने संकटग्रस्त रिणों का की सूचना प्रकाशित की। बैंक को मार्च, 2019 की तिमाही में पहली बार घाटा हुआ।
कपिल वधावन और इकबाल मिर्ची का कनेक्शन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कपिल वधावन ने गैंगस्टर इकबाल मिर्ची के साथ अवैध सौदे के लिये बड़ी राशि के शोधन में अहम भूमिका निभाई थी। मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई थी।
ईडी के अनुसार वधावन ने मिर्ची के साथ अवैध सौदे के लिए बड़ी राशि के शोधन में अहम भूमिका निभाई थी। इतना ही नहीं, ईडी ने बताया कि डीएचएफएल से एक लाख काल्पनिक ग्राहकों को ऋण प्रदान करने के बहाने 12,773 करोड़ रुपए की राशि ली गई। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार इस कर्ज के एक हिस्से का इस्तेमाल मिर्ची को भुगतान के लिए किया गया। मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई थी।

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