केंद्र सरकार ने जनगणना-2021 के लिए अधिसूचना जारी कर दी। इसमें निर्धारित 31 बिंदुओं के आधार पर मकान सूचीकरण तथा मकानों की गणना कार्य संपन्न कराए जाने का निर्देश प्रदेश सरकार को दिया गया है।जिलों में जनगणना का कार्य एक अप्रैल से 30 सितंबर तक चलेगा। 
केंद्र सरकार ने भारत की सीमा में रहने वालों को नए सिरे से सूचीबद्ध कराने के लिए जनगणना 2021 की अधिसूचना जारी कर दी है। 

सूबे के सभी जिलों में यह कार्य एक अप्रैल से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलेगा। इस बार हो रही जन व मकान गणना में हर व्यक्ति/परिवार की पूरी जीवनी अंकित होगी।अधिसूचना पत्र में दिए गए निर्देश के अनुसार इस दौरान गणना कर्मी मकान की फर्श, दीवार व छत में प्रयुक्त प्रमुख सामग्री, मकान का उपयोग, मकान की स्थिति, परिवार में रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या, मुखिया का नाम व लिंग, परिवार के मुखिया की जाति, परिवार के पास रहने के लिए उपलब्ध कमरों की संख्या, परिवार में विवाहित दंपती की संख्या, पेयजल व प्रकाश का मुख्य श्रोत, प्रसाधन की सुलभता व प्रकार का कालम स्पष्ट रूप से भरेंगे।
मकान से गंदा पानी निकासी व्यवस्था, मकान में स्नान गृह की उपलब्धता, रसोई घर और गैस कनेक्शन की उपलब्धता, खाना पकाने के लिए प्रयुक्त होने वाला मुख्य ईंधन, मकान में रेडियो/ट्रांजिस्टर, टेलीविजन, इंटरनेट सुविधा, लैपटॉप-कंप्यूटर, टेलीफोन, मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन, साइकिल, बाइक, स्कूटर, मोपेड, कार, जीप, वैन की उपलब्धता, परिवार द्वारा उपभोग किया जाने वाला मुख्य अनाज तथा मोबाइल नंबर (केवल जनगणना संबंधी सूचना के लिए) का संपूर्ण डाटा एकत्र कर भरा जाएगा। सरकार इससे हर व्यक्ति के पास मौजूद परिसंपत्ति, जातिवार संख्या, परिवार की संपूर्ण स्थिति का खाका तैयार कराएगी।

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