सितंबर 2019 में शुरू हुए गुरुग्राम से पटौदी में गांव पहाड़ी फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा शनिवार सुबह गिर गया। रेवाड़ी से लौट रहे गांव पहाड़ी सरपंच ने फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त देखा तो इसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने फ्लाईओवर पर आवाजाही रोक दी है।
वर्ष 2015 में पीडब्लूडी ने निर्माण कार्य के लिए गुरुनानक इंजीनियरिंग सर्विस को ठेका दिया गया था। फ्लाईओवर का निर्माण कार्य शुरू होते ही स्थानीय लोगों ने कार्य में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप ठेकेदार पर लगाया था। अधिकारियों ने ग्रामीणों की शिकायत को नजरअंदाज कर दिया था।
13.86 करोड़ रुपए से बनने वाले फ्लाईओवर को 2 साल में बनकर तैयार होना था, लेकिन विवादों के कारण इसका निर्माण 4 साल में पूरा हुआ।
6 सितंबर 2019 में तत्कालीन पीडब्लूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। उद्धघाटन के 10 दिन बाद ही फ्लाईओवर में कई जगह गड्ढे होने का मामला सामने आया था। अधिकारियों ने इसकी मरम्मत करवा कर इतिश्री कर दी थी। निर्माणकार्य में प्रयुक्त सामग्री की जांच करवाना किसी अधिकारी ने जरूरी नहीं समझा।
अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह हुआ कि गुरुवार शाम से जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश से मिट्टी बहने लगी। शनिवार सुबह फ्लाईओवर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर पुलिस व अधिकारियों ने पहुंचकर फ्लाईओवर पर वाहनों की आवाजाही रुकवा दी। घटना के कारण मौके पर जाम की स्थिति बन गई। फिलहाल मौके पर मौजूद अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।

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