केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को एक जल संरक्षण अभियान शुरू किया। इसके अंतर्गत देश के 256 जिलों के अधिक प्रभावित 1592 खंडों पर जोर दिया जाएगा। यह अभियान दो चरणों में चलेगा। 1 जुलाई, 2019 से 15 सितंबर, 2019 तक पहला चरण चलेगा तो 1 अक्टूबर, 2019 से 30 नवंबर, 2019 तक एक अतिरिक्त चरण 2 चलाया जाएगा। अभियान का फोकस पानी के दबाव वाले जिलों और ब्लॉकों पर होगा।

मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण के लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना और जल संसाधनों की कमी और भारत में हर घर में नल का पानी उपलब्ध कराना है। जल शक्ति अभियान पेयजल और स्वच्छता विभाग के सहयोग से विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों का एक सहयोगात्मक प्रयास है।

DDWS के सचिव परमेश्वरम ने कहा, 'समय गया है जब हम जल संरक्षण सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करें। नया जल शक्ति अभियान निकट भविष्य में उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम है।' इस पहल के लिए केंद्र सरकार के अधिकारी 256 जिलों में 1592 पानी के कमी वाले ब्लॉक में जिला प्रशासन के साथ मिल कर काम करेंगे। इन अधिकारियों को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा निर्धारित पांच जल संरक्षण बिंदु सुनिश्चित करने का काम सौंपा जाएगा।

इनमें वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण, सघन वनीकरण और पारंपरिक और अन्य जल निकायों या टैंकों के नवीकरण के साथ-साथ वाटरशेड विकास शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी 'मन की बात' कार्यक्रम में नागरिकों को जल संरक्षण के लिए हाथ मिलाने और स्वच्छ भारत मिशन की तर्ज पर एक जन-आंदोलन बनाने और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आह्वान किया था।

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