राज्य में लोकसभा
चुनावों में कांग्रेस
को मिली करारी
हार के लिए
पार्टी ने नेशनल
कॉन्फ्रेंस को जिम्मेदार
ठहराया था। कांग्रेस
ने आरोप लगाया
था कि फारूक
और उमर अब्दुल्ला
ने जम्मू में
पार्टी के लिए
प्रचार नहीं किया।
जिसके चलते पार्टी
चुनाव हार गई।
वहीं इस लोकसभा
चुनाव में नेकां
ने तीन सीटों
पर जीत दर्ज
की है। मंगलवार
को फारुख अब्दुल्ला
के कांग्रेस से
संबंध खत्म के
ऐलान के साथ
ही दोनों पार्टियों
में आरोप प्रत्यारोप
शुरू हो गए
हैं।
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस
को विधानसभा चुनावों
से पहले अपनी
सहयोगी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस
की ओर से
बड़ा झटका लगा
है। जम्मू-कश्मीर
के पूर्व मुख्यमंत्री
फारूक अब्दुल्ला की
अगुवाई वाली नेशनल
कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने कांग्रेस
के साथ अपने
गठबंधन को खत्म
करने का फैसला
किया है। रिपोर्टों
के अनुसार, नेशनल
कांफ्रेंस अब अकेले
जम्मू-कश्मीर विधानसभा
चुनाव लड़ सकती
है। राज्य में
विधानसभा चुनाव इस साल
के अंत में
हो सकते हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के कई
वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस
पर हमला बोला
और कहा कि
लोकसभा चुनाव में करारी
हार के लिए
कांग्रेस खुद जिम्मेदार
है। वहीं दूसरी
ओर लोकसभा चुनाव
में तीन सीटें
जीतने के बाद
नेशनल कॉन्फ्रेंस को
लग रहा है
कि आगामी विधानसभा
चुनाव में वह
अकेले दम पर
जीत सकती है,
इसलिए उसने कांग्रेस
से दूरी बनानी
शुरू कर दी
है। उधर जम्मू
कश्मीर में कांग्रेस
के प्रवक्ता रविंदर
शर्मा ने नेशनल
कांफ्रेंस के नेताओं
ने जम्मू क्षेत्र
में प्रचार नहीं
किया जिस कारण
गठबंधन की सीटें
घट गईं।

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