सेंट्रल विजिलेंस कमीशन तमाम
अलग-अलग सरकारी
संस्थानों के 123 कर्मचारियों के
खिलाफ सख्त कार्रवाई
करने की तैयारी
कर रहा है।
जिसमें आईएएस अधिकारी भी
शामिल हैं, जोकि
सीबीआई, ईडी, आईटी
सहित अन्य विभाग
में तैनात हैं।
ये वह सरकारी
कर्मचारी हैं जिनके
उपर चार महीने
से अधिक समय
से भ्रष्टाचार में
लिप्तता के आरोप
हैं। इन 123 लोगों
में से 45 कर्मचारी
राज्य सरकार द्वारा
संचालित बैंकों के लोग
हैं।
वहीं 57 मामले ऐसे हैं
जिनके खिलाफ आरोप
तय होने हैं
और उनके खिलाफ
कार्रवाई होनी है।
ये लोग अलग-अलग सरकारी
संस्थानों में कार्यरत
हैं। सबसे अधिक
मामले मिनिस्ट्री ऑफ
पर्नसल में लंबित
हैं, यहां कुल
8 मामले लंबित हैं। इसके
अलावा रेलवे और
उत्तर प्रदेश सरकार
के विभागों के
कर्मचारी भी भ्रष्टाचार
के मामलों में
लिप्त हैं। सीबीआई
के एएसपी, ईडी
के असिस्टैंट डायरेक्टर,
आयकर विभाग के
अधिकारी के खिलाफ
अलग से मामला
चल रहा है
और उनके खिलाफ
कार्रवाई लंबित है।
कई बैंक कर्मचारियों
पर भ्रष्टाचार के
आरोप कुल 15 मामले
ऐसे हैं जिसमे
45 कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार
के आरोप हैं,
ये मामले स्टेट
बैंक ऑफ इंडिया,
कॉर्पोरेशन बैंक, बैंक ऑफ
महाराष्ट्र, पंजाब नेशनल बैंक,
इलाहाबाद बैंक सिंडिकेट
बैंक, ओरिएंटल बैंक
ऑफ कॉमर्स के
कर्मचारियों के खिलाफ
हैं। सात मामलों
में 16 अधिकारी डीओपीटी, कॉर्पोरेशन
बैंक, स्टेट बैंक
ऑफ इंडिया, पीएनबी,
बैंक ऑफ बड़ौदा
और सिंडीकेट बैंक
के हैं जिनके
खिलाफ कार्रवाई पर
अभी फैसला लिया
जाना बाकी है।
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