दुबई के गोल्ड सेक्टर में निवेश करने वालों में भारतीय कारोबारी सबसे आगे हैं। इसके बाद पाकिस्तान, ब्रिटेन, सऊदी अरब, स्विट्जरलैंड, ओमान, जॉर्डन, बेल्जियम, यमन और कनाडा के कारोबारियों का स्थान आता है। आर्थिक विकास विभाग (डीईडी) के बिजनेस रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग (बीआरएल) विभाग ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि दुबई के गोल्ड सेक्टर में 4,086 कंपनियां काम कर रही हैं। इस सेक्टर में निवेश करने वाले व्यक्तियों की संख्या 62,125 है। इनमें 60,012 पुरुष और 2,113 महिलाएं हैं।

4,086 कंपनियों में से 2,498 लाइसेंस सोने चांदी के आभूषण के लिए जारी किए गए हैं। 1,184 लाइसेंस सोना और अन्य महंगी धातुओं के लिए, 392 सोने का काम करने के लिए, सात गोल्ड फाउंड्री महंगी धातुओं के लिए और पांच गोल्ड लिक्विडेशन गतिविधियों के लिए जारी किए गए हैं।

दुबई गोल्ड एंड ज्वेलरी ग्रुप के मुताबिक दुबई में पिछले साल सोने, आभूषण और हीरे की कुल बिक्री 2017 में हुई बिक्री के मुकाबले करीब तीन फीसद बढ़कर 274 अरब दिरहम (करीब 5,17,000 करोड़ रुपये) की हुई। एक दिरहम करीब 19 रुपये का होता है। दुबई में करीब 30 देशों से सोने का आयात किया जाता है। इससे स्थानीय निवासियों के अलावा दुबई आने वाले पर्यटकों की जरूरतों की भी पूर्ति होती है।

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